कमजोर मानसून के बावजूद खरीफ फसलें लहराई, धान की रोपाई 26% ज्यादा
कमजोर मानसून और कम बारिश के बावजूद इस साल खरीफ फसलें उम्मीद से बेहतर हैं। धान की रोपाई लक्ष्य से 26% ज्यादा हुई है, और कुल 94% रकबे में बिजाई पूरी हो चुकी है। कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले दिनों में बारिश से उत्पादन में और वृद्धि हो सकती है।
कमजोर मानसून के बावजूद इस साल खरीफ फसलों का उत्पादन उम्मीद से बेहतर रहने की संभावना है। प्रदेश में इस बार धान की रोपाई लक्ष्य से 26% अधिक हुई है, जिससे किसानों के चेहरे पर राहत की लहर दौड़ पड़ी है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि फसलों के लिए जितनी बारिश की जरूरत थी, उतनी बारिश हो चुकी है। अगर आने वाले दिनों में थोड़ी और बारिश हो जाती है, तो उत्पादन में और वृद्धि हो सकती है।
कम बारिश लेकिन बेहतर उत्पादन की उम्मीद
हालांकि, इस साल मानसून में 18% कम बारिश हुई है। सामान्यत: 1 जून से 25 अगस्त तक 326.2 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस साल अब तक केवल 266.8 मिमी बारिश हुई है। इसके बावजूद, कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, खरीफ फसलों के 94% रकबे में बिजाई पूरी हो चुकी है। यह पिछले साल की तुलना में 12 हजार हेक्टेयर ज्यादा है। कुल 28.87 लाख हेक्टेयर रकबे में खरीफ फसलों की बिजाई की गई है, जबकि लक्ष्य 30.63 लाख हेक्टेयर का था।
फसल | लक्ष्य (हेक्टेयर में) | वास्तविक रोपाई (हेक्टेयर में) | % |
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धान | 12 लाख | 15.17 लाख | 126.42% |
कपास | 6.75 लाख | 4.76 लाख | 70.52% |
धान की रोपाई में बड़ी वृद्धि
इस साल धान की रोपाई में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। जहां कृषि विभाग ने 12 लाख हेक्टेयर का लक्ष्य रखा था, वहीं अब तक 15.17 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हो चुकी है। यह पिछले साल से 3.17 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। दूसरी तरफ, कपास की फसल का रकबा कम हुआ है। कपास की बिजाई 4.76 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो लक्ष्य का 70.52% है और पिछले साल की तुलना में 1.89 लाख हेक्टेयर कम है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, प्रदेश में 26 अगस्त की रात से 30 अगस्त तक मानसून की सक्रियता बढ़ने की संभावना है। इस दौरान कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है, जो फसलों के लिए फायदेमंद साबित होगी। दिन का तापमान भी इस अवधि में कम रहने की उम्मीद है।
कृषि विशेषज्ञों का दृष्टिकोण
एचएयू के बावल स्थित रीजनल सेंटर के निदेशक, डॉ. धर्मवीर यादव के अनुसार, इस साल बारिश की मात्रा और समय ठीक रहा है। खरीफ फसलें अच्छी हैं और अगर आने वाले दिनों में और बारिश होती है, तो उत्पादन में और वृद्धि होगी। “अगेती धान की फसल में थोड़ी समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन ओवरऑल खरीफ फसल की स्थिति संतोषजनक है,” यादव ने कहा।
फसल उत्पादन के लिए उम्मीदें
कमजोर मानसून के बावजूद, धान की रोपाई और अन्य खरीफ फसलों के उत्पादन में वृद्धि को देखते हुए, किसानों और कृषि विशेषज्ञों को उम्मीद है कि इस साल उत्पादन अच्छा रहेगा। आने वाले दिनों में होने वाली बारिश अगर फसलों के लिए अनुकूल रही, तो यह किसानों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है।
इस रिपोर्ट के माध्यम से आपको खरीफ फसलों की स्थिति और उत्पादन की उम्मीदों के बारे में जानकारी मिली होगी। हमारे साथ जुड़े रहें और आगे भी कृषि संबंधित खबरों से अपडेट रहें।